दोस्त तुम अच्छे हो कविता

                                                          दोस्त तुम अच्छे हो
दोस्त तुम उसी तरह लगते हो , जिस तरह म्रत्यु के लिए जरुरी होती है जिन्दगी
जैसे जगत के लिए जरुरी होता है , विचारो का होना
मे तुम्हारे बिना खुश नहीं हू , मुझे तुम्हारी जरुरत है
मेरी धडकनों मे है , तुम्हारा नाम
मेरी साँस साँस मे बज रही है , अभी भी एक जल तरंग
दोस्त तुम मुझे उसी तरह लगते हो
जिस तरह न होने के लिए जरुरी होता है होना
जैसे प्यार के लिए जरुरी होती है एक गहन प्यास
पर हर बार मेरे इस सफ़र मे तुम्हारा सब कुछ साथ हो जाता है
पर तुम साथ नहीं होते ..
दोस्त तुम अच्छे हो ...





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