लेख ..फेस बुक

                                                            लेख ..फेस बुक
मुझे आज आपको बताने का कुछ मन कर रहा है फेस बुक के संदर्भ मे , लोग अक्सर मुझसे यह सवाल करते है की नीरा तुम दिन भर से फेस बुक पर ही बैठी रहती हो क्या करती हो ,जिनमे मेरे परिवार के लोग और मेरे मित्र शामिल है अब मै उनके इस सवाल का जवाब क्या दू कि मै फेस बुक पर क्या करती हु ! फेस बुक मेरे लिए क्या है , और इसने मुझे क्या दिया है मै उन्हें कैसे समझाऊ ! फेस बुक ने मुझे सच्चे मित्र दिए है जिन्होंने मेरे जीवन को एक नयी दिशा दी जिनसे जीवन मै सकारात्मकता दी प्यार और आशीर्वाद दिया जिससे मै आगे बढती चली गयी ! मेरे अंदर आत्म विस्वास आया , मेरा मनोबल बढा !मैंने अपने अप्प को पहिचाना कि मेरा भी अस्तित्व है एक वजूद है .यहाँ पर मै ज्ञान से परिपूर्ण हुई !!मुझे लगता है कि फेस बुक महज एक दिखावा नहीं है !

 यहाँ पर कई अच्छे लोग है जो एक दुसरे के प्रति अच्छी भावनाए रखते ! है और सहयोग करने को तैयार रहते है मै यह मानती हु कि अगर मै घर का काम करके अपनी जिम्मेदारी निभाके ऍफ़ बी पर बैठती हु तो इसमें कुछ गलत नहीं है और पड़ोस मै जाकर किसी कि बुराई तो नहीं करती हु यहाँ पर मै पढ़ सकती हु लिख सकती हु ! और अपने मन का कह सकती हु !मैंने यहाँ से हेर एक अच्छी बात सीखने कि कोशिश करी है या एसा भी हो सकता है मित्रो ने मुझे कोई बात सीखी हो या कोई मेरा विचार उनको अच्छा लगा हो ! लेकिन मैंने हमेशा मित्रो को मोटिवेट करने कि कोशिश करी है !
अब तो मिल गया सबको जवाब मै फेस बुक पर क्यों बैठती हु ये मेरी सोच है आप का धन्यवाद् ! आभार


नीरा जैन
Previous
Next Post »