चांदनी राते

                                                            चांदनी राते
मेरी एक कविता   
चांदनी राते , रोशनी छाई
अदभुत नजारा, नयन खोये से !
उजाला छाया
करू  तुम्हारा इंतजार
जीवन अधुरा, तुम बिन
तन्हाई मे डूबी
चाँद देख देख रात गुजर जाये !
सोचु तुम कब आओगे
तुम कब आओगे
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