एन जी ओ की निगरानी


आवाज़ नाम की  संस्था में मूक बधिर बच्चियों के साथ हुई दुष्कर्म की घटना बेहद निंदनीय है ! मूक बधिर बच्चो की पीड़ा जानना वाकई बहुत मुश्किल है उनको शिक्षा देने वाली संस्थाओं ने सारे नियम कायदे ताक में रख दिए है !एन जी ओ मालिक अपने लक्ष्य को भूलते जा रहे है ! मूल भावना के अनुसार इसका लाभ उपेक्षित वंचित और असहाय वर्ग को  मिलता  चाहिए  मगर एसा  नहीं होता ! ये एन जी ओ प्रभावशाली और पहुच वाले राजनेताओ के खुशामाद्गारो के पास ही है ! सरकार इन एन जी ओ  के प्रति उदासीन है ! वर्तमान में  एन जी ओ स्थापित करना एक फैशन  बन गया है
आज भारत में बहुत सी गैर सरकारी  संस्थाएँ है जो लोगो के कल्याण के लिए काम कर रही है लेकिन आज देखने में आ रहा है कि ये संस्थाएं अपनी मनमानी पर उतर आई है इनमे निरंतर अपराध को बढ़ावा मिलता जा रहा है ! इन एन जी ओ का मकसद अब सिर्फ  पैसा  कमाना रह गया है ! ये सस्थाए अब लोगो का कल्याण और मानवता से परे होती जा रही है ! इन इन जी ओ की निगरानी की सख्त जरुरत है   ! एन जी ओ के पास न तो एक्सपर्ट  काउंसलर  होते है न योग्य कर्मचारी इससे काफी परेशानी आती है ! मौजूदा  एन जी ओ  से उनके पास मौजूद स्टाफ व् संसाधनों की जानकारी मंगाई जानी  चाहिये  ! एन  जी ओ का  पंजीकृत करते वक्त नियमो को ध्यान में रखना चाहिए ! संचालको द्वारा दी जाने वाली जानकारी  पहले फ़ील्ड इन्वेस्टीगेशन करवाया जाना चाहिए !सुरक्षा प्रावधान भी कड़े होने चाहिए ! सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा संचालित महिला आवासों में सुरक्षा पुरुषो के हाथों में ही होती है इसमें यौन शोषण की सम्भावना बनी रहती है !सरकार को यह तय करना चाहिए कि संस्थानों में महिला वार्डन की नियुक्ति हो ! एन जी ओ में कोई भी एसी घटना घटती है उसकी ज़िम्मेदारी संस्था संचालको की होती है ! स्थानीय पुलिस की बजाय सरकार को इसकी जांच सी बी आई को सोपनी चाहिए !निशक्त जन महिला व बाल विकास से जुड़ी  सरकारी संस्थाओं की यदि  नियमित मोनिरटिंग की जाए तो निशक्त जनों के साथ शारीरिक व् मानसिक शोषण के अपराध नहीं होंगे ! सरकार को ऐसे अपराध को गंभीरता से लेना चाहिए ! निशक्त जानो से जुड़े एन जी ओ में child  friendly  काउंसलर होने चाहिए ! ताकि निशक्त और मूक बधिर बच्चे आसानी से बात कर सके ! एन जी ओ पर कड़ी कार वाई की जानी चाहिए ! शिक्षा देंने वाली संस्थाओं की नियमित समय पर मोनिटरिंग नहीं हो रही मूक बधिर बच्चों की काउंसलिंग सही समय पर नहीं होती ! लेडी काउंसलर की नियुक्ति करना , बालिका वाले एन जी ओ में सभी कर्मचारी महिलाएँ और बालिका गृह को पुरुष कर्मचारियों को प्रवेश की इजाज़त देना शामिल नहीं होना चाहिए ! आज ये जरुरी हो गया है कि  एक निश्चित समयावधि के बाद एन जी ओ के पंजीकरण का नवीनीकरण हो  जिससे पारदर्शिता आएगी !  पंजीकरण  प्रक्रिया को बदलने की जरुरत है जो  भी एन जी ओ पंजीकृत हो उसके कार्यालय सदस्य लक्ष्य का सार्वजनिक स्तर पर खुलासा होना चाहिए रक एन जी ओ को एक समय पर एक ही प्रोजेक्ट देने का प्रावधान करना चाहिए ! एन जी ओ से जो सामाजिक  अपराध पनप रहे है  वो रुक जायेंगे ! बड़े लोग करोडो रूपया  सरकार  से सामाजिक दान के रूप में प्रतिवर्ष  प्राप्त करते है और किसी को खबर नहीं लगती है ! एन जी ओ को अनुदान चंदे और दान से प्राप्त  राशि को सार्वजनिक करना चाहिए ! इसके लिए ज़रुरी क़ानूनी प्रावधान किये जाने चाहिए ! जो एन  जी जो  विवाद में आ जाते है उनकी निष्पक्ष जाँच  करवाई जानी  ज़रुरी है ! यदि कोई एन जी ओ फर्जीवाड़ा करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कारवाई होनी चाहिए चाहे उसके साथ कोई नेता ही क्यों न  जुड़ा  हो  !
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